गायत्री मंत्र के जाप में है इन 7 बीमारियों का रामबाण इलाज
अगर आप हिंदू परिवार से हैं तो आपको गायत्री मंत्र के बारे में बहुत अच्छी तरह पता होगा। इस मंत्र में बड़ी अनोखी शक्ति होती है। गायत्री मंत्र िहिंदू धर्म में बेहद शुभ माना गया है। इसका जाप करने से आपको मानसिक शांति के साथ-साथ अच्छी सेहत भी मिल सकती है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि गायत्री मंत्र बोलने से घर में सब शुभ होता है। बेशक ऐसा होता होगा। मगर गायत्री मंत्र सुख के साथ आपको अच्छी सेहत भी देता है। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं। चार वेदों और 24 शब्दांशों से मिल कर बना गायत्री मंत्र आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव डालता है। आज हम आपको बताएंगे कि गायत्री मंत्र से सेहत को क्या लाभ मिलते हैं।
दिमाग शांत होता है
आजकल की व्यस्त जीवन शैली में हर कोई तनाव से घिर चुका है। महिलाओं में तनाव ज्यादा है क्योंकि महिलाएं दोहरी जिम्मेदारियां निभा रही हैं अगर कभी उन्हें घर के काम का तनाव होता तो कभी ऑफिस के काम का। ऐसे में उनका मन कभी शांत नहीं रहता है। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो आपको गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। गायत्री मंत्र की शुरुआत में ही ओम शब्द होता है इसे बोलने से जो वाइब्रेशन होंठों, जीभ और सिर तक पहुंचती है वह दिमाग को शांत करती है। जिससे ब्रेन रिलैक्सिंग हार्मोंस (ब्रेन रिलैक्सिंग हार्मोंस को कैसे रिलीज करता हैै?)को रिलीज करता है। इतना ही नहीं गायत्री मंत्र में इस्तेमाल किए गए शब्दों को उच्चारण से कॉन्सट्रेशन पावर बढ़ती है।
इम्युनिटी में सुधार होता है
गायत्री मंत्र के उच्चारण से जीभ, होंठ, वोकल कॉर्ड पर प्रेशर पड़ता है। जिसे इसकी वाइब्रेशन ब्रेन तक पहुंचती हैं और ब्रेन hypothalamus ग्लैंड्स को स्टीमयूलेट करता है। यह ग्लैंड कई बॉडी फंक्शन को कंट्रोल करती है और इसी के साथ इम्युनिटी को भी रेग्यूलेट करती है। गायत्री मंत्र के उच्चारण से बॉडी और भी अच्छी तरह से सारे फंक्शंस कर सकती है। यह ग्लैंड ब्रेन से हैप्पी हार्मोंस को रिलीज करने में भी काफी इफेक्टिव होती है। यही हार्मोंन बॉडी के लिए सबसे ज्यादा इफेक्टिव होता है। इसलिए खुश रहना है तो आपको ये काम रोज करना चाहिए। यानि आपके लिए जरूरी है कि रोज गायत्री मंत्र का उच्चारण करें। इसके अलावा शरीर में मौजूद सारे चक्र भी गायत्री मंत्र के उच्चारण से एक्टिव हो जाते हैं इससे आपकी बॉडी को एनर्जी मिलती है और शरीर बीमारियों से मुक्त रहता है।
कॉन्सनट्रेशन और याददाश्त अच्छी होती है
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ योगा में छपी एक रिचर्स के मुताबिक गायत्री मंत्र के उच्चारण से जो वाइब्रेशन होती है उससे चेहरे और सिर पर मौजूद तीना चक्र क्रमश: थर्ड आई, थ्रोट और क्राउन चक्र सबसे पहले एक्टिव होते हैं। यह तीन चक्र मनुष्य को कॉन्सनट्रेशन बढ़ाने में मदद करते हैं क्योंकि यह चक्र ब्रेन और पेनियल ग्लैंड , आंखों, साइनस, लोवर हेड, पिट्यूटरी ग्लैंउ और थॉयराइड ग्लैंड से जुड़ा होते हैं। इसलिए यह फोकस करने और चीजों को याद रखने में मदद करते हैं।
सांस लेने की प्रक्रिया अच्छी होती है
इस मंत्र के उच्चारण के समय सांस को कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है। इससे लंग इनफैक्शन भी नहीं होता। इसके अलावा आपकी सांस लेने की प्रक्रिया में भी सुधार होता है। डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज से पूरी बॉडी में ऑक्सिीजन भी सही मात्रा में पहुंचती है और आप स्वस्थ बनी रहती हैं।
दिल को स्वस्थ रखता है
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपी एक स्टडी के मुताबिक गायत्री मंत्र केवल लंग्स की सेहत के लिए ही अच्छा नहीं होता बल्कि यह हार्ट बीट्स को सिक्रोनाइज और रेगयूजराइज भी करता है। इससे आप को दिल से जुड़ी बीमारी होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं।
त्वचा पर आती है चमक
इस मंत्र के उच्चारण से चेहरे पर मौजूद वाइटल प्वाइंट्स स्टिम्यूलेट हो जाते हैं। जिससे चेहरे पर ब्लड का बहाव तेज हो जाता है और त्वचा में मौजूद टॉक्सिन निकल जाते हैं। इसकी अलावा डीप ब्रीदिंग से त्वचा को ज्यादा ऑक्सीजन मिलताआपकी त्वचा को यंगर और ग्लोइंग दिखाता है।
डिप्रेशन से रखता है दूर
रिसर्च के मुताबिक गायत्री मंत्र के उच्चारण से डिप्रेशन जैसी बीमारी भी नहीं होती है। यह मंत्र वेगस नर्व्स के फंक्शन को स्टिम्यूलेट करता है। जब किसी व्यक्ति को अवसाद की समस्या हो जाती है तो मेडिकल इलाज के दौरान उसकी इसी नर्व्स को स्टिम्यूलेट करने का ट्रीटमेंट चलता है। इस मंत्र की वाइब्रेशन बॉडी से एडोरफिंस और रिलैक्सिंग हार्मोंस को रिलीज करती है जिससे डिप्रेशन को दूर किया जा सकता है।
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