इमरजेंसी गर्भनिरोधक दवाओं का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए है नुकसानदेह
महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत जागरूक नहीं होती और यौन संबंधों में यह बात विशेष रूप से लागू होती है। बहुत सी महिलाएं शारीरिक संबंध बनाए जाने के दौरान आवश्यक सावधानी नहीं बरततीं, जिसके कारण वे कई तरह की मुश्किलों में फंस जाती हैं। चाहें बात लिव-इन की हो या फिर शादी-शुदा जीवन की, असुरक्षित यौन संबंध के कारण अक्सर अनप्लान्ड प्रेगनेंसी की मुश्किल खड़ी हो जाती है। इससे बचने के लिए बहुत सी महिलाएं इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल करती हैं। आजकल बाजार में आई-पिल, अनवॉन्टेड 72 जैसी कई तरह की इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स उपलब्ध हैं और इनका इस्तेमाल भी काफी ज्यादा होता है, हालांकि यह स्थाई गर्भ निरोधक का तरीका नहीं है। आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इन इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकता है-
प्रेगनेंसी में मुश्किलें
इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद अनचाही प्रेगनेंसी रोकने में मदद करती हैं लेकिन बाद में अगर आप कंसीव करना चाहें तो इनके ज्यादा इस्तेमाल से प्रेगनेंसी की प्रक्रिया में मुश्किलें आ सकती हैं। अगर आप लंबे समय से ये इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स ले रही हैं तो इससे आपकी सेहत पर असर पड़ सकता है। ऐसे में अगर आप कुछ समय बाद प्रेगनेंसी प्लानिंग करना चाहती हैं तो आपको इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव का इस्तेमाल तुरंत बंद कर देना चाहिए।
इररेगुलर पीरियड्स
इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने से आपकी पीरियड्स साइकिल प्रभावित हो सकती है। ये दवाएं जरूरत से ज्यादा ली जाने पर एक या दो महीने तक की पीरियड्स साइकिल और ओव्यूलेशन साइकिल बिगाड़ सकती हैं। लगातार ये पिल्स लेने पर आपके पीरियड्स एक हफ्ते आगे या पीछे हो सकते हैं। वहीं कुछ महिलाओं में पिल्स लेने के बाद ब्लीडिंग शुरू हो जाती है। आमतौर पर पीरियड्स 4-5 दिन तक होते हैं, लेकिन कुछ महिलाओं को पिल लेने के बाद पीरियड्स हफ्तेभर तक भी हो सकते हैं। ऐसा होने पर आपको तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने के दूसरे महीने के बाद कई महिलाओं को हेवी ब्लीडिंग और भयानक दर्द महसूस होता है। गरम पानी की बोतल से सिकाई करने से आपको आराममहसूस होगा। लेकिन ज्यादा परेशान लगे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
चक्कर और उल्टियां जैसे लक्षण दिख सकते हैं
जिन महिलाओं को ये दवाएं सूट नहीं करतीं, उन्हें रिएक्शन के रूप में उल्टी हो सकती है और चक्कर आने जैसा भी महसूस हो सकता है। हालांकि इसमें घबराने की कोई बात नहीं होती और ना ही इसे प्रेगनेंट का साइन समझना चाहिए। कई महिलाओं इस कारण वीकनेस भी फील होती है।
क्या कहतें हैं एक्सपर्ट
अर्चना धवन बजाज, कंसल्टेंट ऑब्स्टीट्रीशियन, गायनेकोलॉजिस्ट एंड आईवीएफ एक्सपर्ट, नर्चर आईवीएफ दिल्ली बताती हैं, 'इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव्स का कभी-कभार इस्तेमाल करने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन अगर आप इसका बहुत फ्रीक्वेंट यूज कर रही हैं तो इससे आपकी पीरियड्स साइकिल प्रभावित हो सकती है, प्रेगनेंसी पर असर पड़ सकता है, वेट गेन हो सकता है, मुंहासे हो सकते हैं, ब्रेस्ट रिलेटेड प्रॉब्लम्स जैसे कि ब्रेस्ट में दर्द महसूस हो सकता है, शरीर में वॉटर रिटेंशन से जुड़ी समस्या भी हो सकती हैं। इसके प्रभाव से पीरियड्स इररेगुलर हो सकते हैं। इसके अलावा इससे एक्टॉपिक प्रेगनेंसी का खतरा हो सकता है। बेहतर होगा कि इसका बहुत ज्यादा यूज न करें।
अगर आप अब तक बहुत ज्यादा इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स ले चुकी हैं तो फौरन इसका इस्तेमाल बंद कर देना ही मुनासिब है। प्रेगनेंसी से बचाव के बारे में आप गंभीरता से सोच रही हैं तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप रेगुलर ओरल कॉन्ट्रासेप्शन लें या जो कॉन्ट्रासेप्टिव मेथड आपको बेहतर लगता हो, उसका इस्तेमाल करें। आपके लिए अच्छा होगा कि आप अपने साथी को कंडोम यूज करने के लिए प्रेरित करें, इससे आप अनचाही प्रेगनेंसी के साथ सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से भी बच सकती हैं। अगर आप असुरक्षित यौन संबंध बनाती हैं तो आपको एचआईवी, हेपीटाइटिस बी, हेपिटाइटिस सी, गोनोकॉकल इन्फेक्शन, सिफिलिस जैसी प्रॉबलम्स हो सकती हैं और कंडोम के प्रयोग से आप इन सभी प्रॉबलम्स से सेफ रह सकती हैं।
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