भगवत गीता में लिखी बातों से महिलाएं सीख सकती हैं life management की ये 5 बातें
हिंदू धर्म में श्रीमदभगवत गीता एक ऐसा ग्रंथ है जो लोगों के बीची काफी पॉप्यूलर है। भारतीय कानून में भी अपराधी को जुर्म कबूलने से पहले गीता पर हाथ रख कसम दिलाई जाती है। जिन्होंने ने इस ग्रंथ को नहीं पढ़ा है वे लोग यही जानते हैं कि यह एक धार्मिक पुस्तक है और इसका इस्तेमाल कोर्ट में किया जाता है। मगर वास्तव में ऐसा नहीं है। इस किताब में ऐसी बहुत सी बातें लिखी है जो निजि जीवन में आपको life management का पाठ पढ़ा सकती है। खासतौर पर महिलाओं के लिए इस ग्रंथ में ऐसी बहुत सी बातें लिखी हैं, जो उन्हें उनके जीवन को बहतर बनाने में मदद करेंगी। कुछ बातें आज हम आपको बतो हैं।
कर्म करो फल की इच्छा मत रखो
महनत करने से पहले यह सोच लेना कि इसका फल क्या होगा यह सोच आपकी महनत करने की क्षमता को कम करती है। अगर आप यह सोच कर बैठ जाएंगी कि यह काम आपसे अच्छे तरह से होही नहीं सकता तो वह काम आप से कभी भी अच्छी तरह से नहीं होगा। वहीं अगर आप कोई भी काम यह सोच कर करेंगी कि आपको उसमें सफल होना ही है तो आप उस काम बहतर कर सकेंगी और उसका फल भी आपको अच्छा ही मिलेगा।
अपने कर्तव्यों से न भागें
धर्म, पूजा, पाठ यह सब केवल आपके मन को शांत कर सकते हैं। आपकी कार्यक्षमता को नहीं बढ़ा सकते न आपकी जीवन नइया को पार लगा सकते हैं। धर्म पर आस्था केवल विश्वास को बढ़ाती है अगर आपको अपने जीवन में आगे बढ़ना है तो आपको कर्म करना ही पड़ेगा बिना महनत और लगन के किया गया काम कभी अच्छा नहीं होता। इसके साथ ही , जो कार्य आपकी जिम्मेदारी है उसे धर्म के भरोसे छोड़ने में कोई समझदारी नहीं है। अपनी जिम्मेदारियों को केवल आप ही पूरा कर सकती हैं। इसलिए पूजा पाठ में उतना ही समय खर्च करें जितना जरूरी हो बाकी समय अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें। आपकी जिम्मेदारियां पूरी होंगी तब ही लोग आपसे खुश रहेंगे।
आलस्य छोड़े
अगर आप लेजी बी हैं तो अपनी इस आदत को सुधार लें नहीं तो आलस्य के चक्कर में आप सब कुछ गंवा देंगी। हर आदमी को सुख चाहिए होता है। बेशक आपको भी चाहिए होगा मगर सुख को कमाना पड़ता है उसके लिए कोशिश करनी होती है न की आलस्य की आड़ में हाथ पर हाथ रख बैठ कर सुख की कल्पना करने से सुख मिलता है।
मन पर कंट्रोल रखें
अगर आप अपने मन कंट्रोल नहीं रख सकती तो आपको सुख कभी नहीं मिलेगा और न ही आप कभी सफल हो पाएंगी। कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है । समय कभी एक सा नहीं होता है समय के साथ खुद को बदलें वरना आप कभी वो काम नहीं कर पाएंगी जिसे करने का आप प्रयास कर रही हैं।
डरना मना है
डर बस एक भावना है। किसी चीज या काम से आप डर कर यह सोच लें कि आपको वह काम कभी करना ही नहीं है तो आप लाइफ में कुछ भी नहीं कर सकती हैं। किसी चीज से डर लगे तो उस चीज को बार बार करें। इससे आप उस काम में एक्सपर्ट हो जाएंगी। इतना ही नहीं अगर डर लगे तो कोशिश करें कि डर को जड़ से खत्म कर दें इसके लिए वो सारे काम जो आपको करने से डर लगता है उन कार्यों को लाइफ में जरूर करें। कभी कामयाब या नाकामयाब होने के बारे में न सोचें क्योंकि यह सोच कर कोई काम करेंगी तो कभी नहीं कर पाएंगी। वो सारे काम जो आपको डराते हैं उन्हें ट्राए करने पर आपको कॉन्फीडेंस आएगा।
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