त्रिपुरा के के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (48) ने कल लालकृष्ण आडवाणी और अन्य बीजेपी नेताओं की उपस्थिति मे शपथ ली।

कम दिलचस्प नहीं है त्रिपूरा के नए CM और उनकी पत्नी की लवस्टोरी, national news in hindi, national news
त्रिपुरा के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (48) ने आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव राम माधव, अपने पूर्ववर्ती मणिक सरकार, अनुभवी भाजपा नेता डॉ मुरली मोहनहर और लालकृष्ण आडवाणी की उपस्थिति में एक विशाल सभा में शपथ ली।
नहीं पहुंचे योगी आदित्यनाथ
इस कार्यक्रम में जोशी और लालकृष्ण आडवाणी के साथ-साथ नौ बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ने भाग लिया। जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित छह मुख्यमंत्रियों को कुछ कारणों की वजह से अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।
हालांकि यहां पर पांच केंद्रीय मंत्रियों और कुछ लाख लोगों ने सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह को अपीन आंखों से लाइव देखा।
क्या कहा नए सीएम ने
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान नए सीएम देब ने संबोधित करते हुए कहा कि, "मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह का शुक्रगुजार हूं जो की मुझे लगभग20 साल के बाद कम्यूनिसटों को बेदखल करने के लिए जिन्होंने इस राज्य को हर तरीके से गरीब बनाया यहाँ भेजा। उन्होंने कहा कि मैं बहुत ऋणी हूं जो मुझे यह जिम्मेदारी दी गई। यह बहुत मुश्किल और चुनौतीपूर्ण कार्य है।"
नए मुख्यमंत्री विप्लव मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर अपने सपने के शिखर पर पहुँच गए। उन्हें नए भाजपा विधानमंडल दल के नेता के रूप में चयनित करने की रस्म दोपहर में पूरा किया गया।
उन्होंने सरल शब्दों में कहा, 'मोदी जी नेतृत्व में सभी मंत्री लोगों के विकास के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। विलासिता में डूबी वामपंथी सरकार ने पिछले 25 साल में कोई कार्य नही किया और प्रशासन ने लापरवाही किया। मेरी सरकार शून्य भ्रष्टाचार के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री की दृष्टि और चुनाव के वादे अनुसार निर्देशित कि जाएगी। माणिक सरकार के मुताबिक हम निश्चित नए हैं। पर भाजपा सभी चुनौतियों को स्वीकार करने और सबसे अच्छा शासन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कौन है बिप्लब कुमार देब
त्रिपुरा के प्राचीन शहर में उदयपुर में जन्मे विप्लव ने साल 1999 में ग्रेजुएशन किया। वे पश्चिम त्रिपुरा की बनमाली सीट से विधायक है। वे इसी दौरान आरएसएस की विचारधारा के साथ कार्य करना शुरू किया।
यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिग्गज केएन Gobindacharya ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और इतिहास, अर्थशास्त्र और महत्वपूर्ण प्रशासनिक मामलों पर अपनी पकड़ बनाई। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के दौरान कई व्यवहारिक बातें सीखी।
ऐसी है लवस्टोरी
नए सीएम की लवस्टोरी भी कम दिलचस्प नहीं है। वे अपनी फिटनेस को बनाये रखने के लिए नियमित रूप से जिम में जाया करते थे और यहीं पर उनकी मुलाकात नीति देब से हुई। यह पहली नजर का प्यार था और कुछ दिनों की बातचीत के बाद आपस मे शादी कर ली। नीति दिल्ली में संसद मार्ग पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक ब्रांच में अधिकारी हैं।
साल2015में गए त्रिपुरा
साल 2015 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा शीर्ष अधिकारियों ने विप्लव को लड़ने के लिए त्रिपुरा भेजने का फैसला किया।
यहां अपनी क्षमता का उपयोग करते हुए विप्लव ने राज्य के भीतर कार्य करना शुरू किया और लोकप्रिय मुख्यमंत्री माणिक सरकार लोगों के बीच अपनी पहचान कायम की।
विप्लव ने भी अपने पूर्ववर्ती माणिक सरकार के चरण को प्रधानमंत्री के सामने छूकर आशीर्वाद मांगा और पारंपरिक भारतीय मूल्यों के पालन का एक रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने सन्देश दिया कि माणिक सरकार से केवल राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता हो सकती है, लेकिन असली और राजनीतिक जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं है।

Comments

Popular posts from this blog

दिल को रखना है हेल्दी तो खाएं ये फूड आइटम्स

आपकी गर्मी की छुट्टियों को एक्साइटेड बनाने वाला है IRCTC, पेश कर रहा है नीलगिरी माउंटेन तक का पैकेज

वजन बढ़ाने की हर कोशिश हो गई है नाकामयाब तो ऐसे खाएं किशमिश